दोस्तों आप भी अपने बच्चों को नया-नया कविता सीखना चाहते हैं और वह नया-नया स्कूल जा रहा है जो की नर्सरी या एलकेजी यूकेजी के बच्चे हैं उनको आप यह कविता अगर बताते हैं तो भविष्य में उसको यह बहुत काम आएगी बच्चों में सबसे अच्छी बात है कि वह चीजों को जल्दी सीखते हैं यदि वह आपको कुछ करते हुए देखेंगे तो आपकी नकल करने का प्रयास करेंगे इस प्रकार उन्हें कुछ सीखना आसान है आमतौर पर तरीके से जो पसंद हो लेकिन आप पहले से ही बच्चों के स्किल और डेवलपमेंट को बेहतर करने का प्रयास कर रहे हैं और बच्चों के लिए हिंदी राइम खोज कर रहे हैं तो यह लेख आपकी काफी मददगार साबित हो सकता है आपको यह छोटे बच्चों के लिए बहुत ही मजेदार और आसान कविताएं दी गई है अधिक जानकारी के लिए लिखो पढ़ना जारी करें और इसको पढ़कर अपने बच्चों को सुनाएं और उसे पढ़ाई भी क्योंकि यह कविता सिर्फ छोटे बच्चे जो अभी नए-नए स्कूल जा रहे हैं जैसे नर्सरी के बच्चे हम उसको ही यह कविताएं समझ सकते हैं ताकि आगे चलकर उसके भविष्य में काम आए और वह अच्छे से पड़े
1 मछली जल की रानी है
मछली जल की रानी है
जीवन उसका पानी है
हाथ लगाओ डर जाएगी
बाहर निकालो मरजाएगी
2 आलू कचालू बेटा कहां गए थे
आलू कचालू बेटा कहां गए थे
बंदर की झोपड़ी में सो रहे थे
बंधन ने लात मारी रो रहे थे
मम्मी ने प्यार किया हंस रहे थे
पापा ने पैसे दिए नाचरहे थे
भैया ने लड्डू दिए खा रहे थे
3 तितली उड़ी उड़ ना सकी
तितली उड़ी उड़ ना सकी
बस में चढ़ी सीट न मिली
सीट न मिली रोने लगी
बंदर ने बोला आज मेरे पास
तितली ने बोली चल हट बदमाश
3 कोयल रानी
कोयल रानी कोयल रानी
काली काली बड़ी सयानी
किस झरने का पीती पानी
हो गई जिससे मीठी वाणी
4 आलू बोला झुमको खा लो
आलू बोला झुमको खा लो|
मैं तुमको मोटा कर दूं
पालक बोली तुझको खा लो
मैं तुमको ताकत दे दूंगी
गाजर भिंडी बैगन बोले
गोभी टमाटर मटर बोले
अगर हमें भी खाओगे
जल्दी बड़े हो जाओगे
5 दो चूहे थे
दो चूहे थे
मोटे मोटे थे
छोटे-छोटे थे वह तो खा रहे थे
बिल्ली ने देख लिया बोली मैं भी खाऊंगी ना मौसी ना
तुम हमें मार डालोगी पूछ काट डालोगी
हम तो नहीं आएंगे हम भाग जाएंगे
6 सुबह सवेरे आती तितली
सुबह सवेरे आती तितली
फूल फूल पर जाति तितली
हरदम है मुस्काती तितली
सबकी मां को भाती तितली
7 बिल्ली मौसी बड़ीसयानी
बिल्ली मौसी बड़ी सयानी
सारे घर की प्यारी रानी
बड़े मजे से दूध पी जाती
चूहों को है नाच नाचती
8 देखो एक डाकिया आया
देखो एक डाकिया आया
थैला एक साथ मिलाया
पहने हैं वह खाकी कपड़े
चींटी कहीं हाथ में पड़े
बांट रहा घर-घर में चिट्टी
मुझको भी दो लाकर चिट्ठी
चिट्ठी में संदेश आया
शादी में है हमें बुलाया
शादी में सब जाएंगे हम
खूब मिठाई खाएंगे हम
9 बिल्ली मौसी बिल्ली मौसी
बिल्ली मौसी बिल्ली मौसी
कहो कहां से आई हो
कितने चूहे मारे तुमने
कितने खाकर आई हो
क्या बताऊं शीला बहन
आज नहीं कुछ पेट भर
एक ही चूहा खाया मैंने
वह भी बिलकुल सड़ा हुआ
10 बंदर मामा पहन पैजामा
बंदर मामा पहन पैजामा
दावत खाने आए
ढीला कुर्ता टोपी जूता
पहन बहुत इत्र
रसगुल्ले पर जी ललचाया
मुंह में रखा गुप्त सिखाए
नरम नरम था गरम-गरम था
जीभ जल गई लैब से
बंदर मामा रोते-रोते
वापस घर को आए
फंकी टोपी फेंका जूता
रोए और पछताए
11 चुन चुन करती आई चिड़िया
चुन चुन करती आई चिड़िया
दाल का दाना लाई चिड़िया
मर भी आया कौवा भी आया
चूहा भी आया बंदर भी आया
चुन चुन करती आई चिड़िया
भूख लगे तो चिड़िया रानी
मूंग की दाल पकाएगी
कौवा रोटी लाएगा
लाकर उसे खिलाएगा
चलते चलते मिलेगा भालू
मूंग की दाल पकाएगी
कौवा रोटी लाएगा
लाकर उसे खिलाएगा
चलते चलते मिलेगा भालू
हम बोलेंगे नाचो कालू
मुन्ना ढोल बजाएगा
बालू नाच दिखाएगा
साथ हमारे चले बराती
मैं तो हूं मुन्नी का हाथी
सीधे दिल्ली जाऊंगा
तेरी दुल्हनिया लाऊंगा
चुन चुन करती आई चिड़िया
दाल का दाना लाई चिड़िया
मर भी आया कौवा भी आया
चूहा भी आया बंदर भी आया
चुन चुन करती आई चिड़िया
12 मम्मी की रोटी गोल गोल
मम्मी की रोटी गोल गोल
पापा का पैसा गोल गोल
दादा का चश्मा गोल गोल
दादी की बिंदिया गोल-गोल
ऊपर पंखा गोल-गोल
नीचे धरती गोल गोल
चंदा गोल सूरज गोल
हम भी गोल तुम भी गोल
सारी दुनिया गोल मटोल
13 नानी मां ने तोता पाला
नानी मां ने तोता पाला
करता दिनभर गड़बड़ झाला
पिंजरे में ही दौड़ लगाता
मिट्ठू मिट्ठू का कर गाता
जाने कब करता आराम
नाम बताता मिठू राम
14 एक कौवा प्यासा था
एक कौवा प्यासा था
जग में पानी थोड़ा था
कवि ने डाली कंकर
पानी आया ऊपर
कवि ने पिया पानी
खत्म हुई कहानी
15बारिश आई
बारिश आई छम छम छम
लेकर छाता निकले हम
पर फैसला गिर गए हम
ऊपर छाता नीचे हम
बारिश आई छम छम छम
लेकर साइकिल निकाले हम
पहिया पिछला गिर गए हम
ऊपर साइकिल नीचे हम
बारिश आई छम छम छम
अब नहीं हम में इतना दम
घर बैठे खेले हम
एक साथ साथ तुम और हम
बारिश आई छम छम छम
मजा आ गया धम धम धम
16 चंदा मामा आओ ना
चंदा मामा आओ ना
दूध बताशा लो ना
मीठी लोरी गाओ ना
बिस्तर में सो जाओ ना
17 एक ,दो,तीन,चार
एक,दो,तीन,चार
आज सनी है कल इतवार
पांच छह सात आठ
याद करूं मैं अपना पाठ
इसके आगे नौ और दस
गिनती हो गई पूरी बस
18 आज मंगलवार है
आज मंगलवार है
चूहे को बुखार है
चूहा गया डॉक्टर के पास
डॉ ने दिया सुई
चूहा बोला उई