विराट कोहली का रणजी ट्रॉफी में दिल्ली की कप्तानी से इनकार करना एक महत्वपूर्ण खबर है। विराट ने बडोनी को ही कप्तानी जारी रखने का सुझाव दिया है। यह उनके लिए एक समझदारी भरा कदम प्रतीत होता है, क्योंकि उन्होंने अपनी जिम्मेदारियों को कम करने का निर्णय लिया है। हालांकि, कोहली ने टीम के साथ प्रैक्टिस की है और आगामी रणजी मैच में उनकी भागीदारी की संभावना बनी हुई है। यह दिल्ली क्रिकेट टीम के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर होगा, और कोहली का मैदान में होना टीम के लिए प्रेरणा का स्रोत हो सकता है।
रणजी ट्रॉफी में कोहली का भाग लेना निश्चित रूप से दिल्ली टीम को मजबूत बनाएगा, और उनके अनुभव से युवा खिलाड़ियों को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। 30 जनवरी से होने वाला मैच उनके खेल के लिए महत्वपूर्ण रहेगा, और फैंस को उनके प्रदर्शन का इंतजार रहेगा।
इंग्लैंड ने भारत को तीसरे टी-20 मैच में 26 रन से हराया। यह मुकाबला भारतीय टीम के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हुआ, क्योंकि इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 3 विकेट पर 180 रन बनाए। भारत की टीम लक्ष्य का पीछा करने में असफल रही और 20 ओवर में 154 रन ही बना सकी।
इंग्लैंड की ओर से डकेट ने अर्धशतक लगाया, जबकि गेंदबाजी में ओवर्टन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 3 विकेट लिए। भारत की टीम के बल्लेबाजों ने संघर्ष किया, लेकिन पंड्या, सुंदर और अक्षर की धीमी बल्लेबाजी के कारण टीम लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाई।
इस जीत के साथ इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ सीरीज़ में बढ़त बना ली, और अब भारतीय टीम को अगले मैचों में वापसी के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। भारत की टीम को इस हार से काफी कुछ सीखने का मौका मिलेगा, खासकर बल्लेबाजी के मामले में।
जसप्रीत बुमराह को ICC अवॉर्ड्स 2024 में दो बड़े अवॉर्ड मिले हैं। उन्होंने 2024 की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन करते हुए 32 विकेट लेकर ये पुरस्कार जीते। बुमराह ने अपनी गेंदबाजी से भारत को कई महत्वपूर्ण मुकाबलों में जीत दिलाई, और उनकी रफ्तार, सटीकता और गेंदबाजी की विविधता ने उन्हें इस सम्मान के योग्य बना दिया।
उनकी इस उपलब्धि से न केवल बुमराह की व्यक्तिगत कड़ी मेहनत की सराहना की गई, बल्कि यह भारत के क्रिकेट प्रेमियों के लिए भी गर्व का पल है। बुमराह का यह अवॉर्ड उनकी शानदार गेंदबाजी के लिए एक ठोस प्रमाण है और यह दर्शाता है कि वह विश्व क्रिकेट में एक बेहतरीन गेंदबाज के रूप में पहचाने जाते हैं।
इस अवॉर्ड से बुमराह को वैश्विक क्रिकेट बिरादरी में और भी पहचान मिलेगी, और उनकी प्रेरणादायक यात्रा अन्य युवा खिलाड़ियों के लिए एक आदर्श बन जाएगी।
टेनिस एक लोकप्रिय रैकेट खेल है जो दुनियाभर में खेड़ा जाता है। यह खेल दो या चार खिलाड़ियों के बीच खेला जा सकता है, जो एक रैकेट का उपयोग करके एक बॉल को नेट के ऊपर से एक-दूसरे की ओर भेजते हैं। टेनिस के प्रमुख टूर्नामेंटों में ग्रैंड स्लैम्स, जैसे कि ऑस्ट्रेलियन ओपन, फ्रेंच ओपन, विम्बलडन, और यूएस ओपन शामिल हैं।
ऑस्ट्रेलियन ओपन 2025 में सिनर को विश्व नंबर 1 के रूप में पहचान मिली। उन्होंने हाल ही में ज्वेरेव को हराकर यह सम्मान प्राप्त किया। यह प्रतियोगिता विशेष रूप से पुरुष और महिला टेनिस खिलाड़ियों के बीच रोमांचक मुकाबलों के लिए प्रसिद्ध है।
पिछले कुछ प्रमुख घटनाएँ:
- नोवाक जोकोविच और राफेल नडाल के बीच की कड़ी प्रतिस्पर्धा ने टेनिस के इतिहास को नया मोड़ दिया। जोकोविच को कभी “टेनिस का राजा” कहा जाता था, लेकिन नडाल और रोजर्स फेडरर भी अपने शानदार खेल से खिलाड़ियों को चुनौती देते रहे हैं।
- स्विट्ज़रलैंड के रोजर फेडरर ने इस खेल में अपनी स्थिरता और जीत के रिकॉर्ड के कारण टेनिस जगत को एक नई पहचान दी। हालांकि, उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में चोटों से जूझते हुए अपने करियर में कुछ समय लिया, लेकिन वे एक महानतम खिलाड़ी माने जाते हैं।
- स Serena Williams और इगा स्विएटेक जैसी महिला टेनिस खिलाड़ियों ने भी ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंटों में शानदार प्रदर्शन किया है।
टेनिस के प्रमुख पहलू:
- सिंगल्स और डबल्स: टेनिस सिंगल्स और डबल्स दोनों रूपों में खेला जाता है। सिंगल्स में एक खिलाड़ी दूसरे खिलाड़ी से प्रतिस्पर्धा करता है, जबकि डबल्स में दो टीमें होती हैं, जिनमें प्रत्येक टीम में दो खिलाड़ी होते हैं।
- कर्ट और नेट: टेनिस का खेल एक लंबी और चौड़ी कर्ट (court) पर खेला जाता है, जिसमें एक नेट (net) होता है, जो कर्ट के बीच में होता है और खिलाड़ियों को उस पर से बॉल को उछालने का प्रयास करना होता है।
- ग्रैंड स्लैम: टेनिस का सबसे बड़ा और प्रतिष्ठित टूर्नामेंट ग्रैंड स्लैम्स होते हैं, जिनमें चार प्रमुख टूर्नामेंट आते हैं: ऑस्ट्रेलियन ओपन, फ्रेंच ओपन, विम्बलडन, और यूएस ओपन।
टेनिस में तेजी से बदलते नियम, तकनीक, और खेल की रणनीतियाँ इसे आकर्षक बनाती हैं, और यह खिलाड़ियों को अपनी गति, रैकेट कौशल और मानसिक संतुलन पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता देती है
कुश्ती एक प्राचीन और लोकप्रिय खेल है, जो शारीरिक शक्ति, कौशल और रणनीति का संयोजन है। यह खेल दो पहलवानों के बीच होता है, जिनका उद्देश्य अपने प्रतिद्वंदी को तकनीकी रूप से मात देना होता है। कुश्ती में विविध प्रकार की शैलियाँ और मुकाबले होते हैं, जैसे कि फ्रीस्टाइल और ग्रीको-रोमन, जो प्रमुख अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में खेले जाते हैं।
कुश्ती के प्रमुख पहलू:
- फ्रीस्टाइल कुश्ती: इसमें पहलवानों को किसी भी भाग (जैसे पैर, सिर, शरीर) से अपने प्रतिद्वंदी को गिराने की अनुमति होती है। यह शैली ओलंपिक खेलों में भी शामिल है। फ्रीस्टाइल कुश्ती में शारीरिक ताकत के अलावा तकनीकी कौशल भी अहम होता है।
- ग्रीको-रोमन कुश्ती: इस शैली में पहलवानों को केवल ऊपर के शरीर का उपयोग करके प्रतिद्वंदी को हराने की अनुमति होती है। इसमें पैरों का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। यह भी ओलंपिक खेलों का हिस्सा है और शारीरिक शक्ति और तकनीकी महारत की महत्वपूर्ण परीक्षा होती है।
- महत्वपूर्ण टूर्नामेंट्स: कुश्ती के प्रमुख अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट्स में ओलंपिक खेल, विश्व कुश्ती चैंपियनशिप, एशियाई खेल, और कॉमनवेल्थ गेम्स शामिल हैं। इन प्रतियोगिताओं में विश्वभर के श्रेष्ठ पहलवान एक-दूसरे से मुकाबला करते हैं।
- कुश्ती संघ: भारत में कुश्ती की देखरेख भारतीय कुश्ती संघ (WFI) द्वारा की जाती है। इसके अलावा, विश्व कुश्ती संघ (UWW) अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कुश्ती के खेल को नियंत्रित करता है।
- भारत की कुश्ती परंपरा: भारत में कुश्ती की एक लंबी और समृद्ध परंपरा रही है। महान पहलवान जैसे दारा सिंह, किरण देवी, साक्षी मलिक, और बबीता फोगट ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन किया है। भारतीय पहलवान विशेष रूप से ओलंपिक खेलों में अपनी भागीदारी और पदक जीतने के लिए प्रसिद्ध हैं।
- खेल का उद्देश्य: कुश्ती का मुख्य उद्देश्य अपने प्रतिद्वंदी को तकनीकी रूप से पराजित करना होता है, जो विभिन्न प्रकार के ग्रैपलिंग तकनीकों (जैसे कि चोक होल्ड, रिवर्स होल्ड, थ्रो और हिप टॉस) का उपयोग कर किया जाता है।
भारत में कुश्ती:
- भारत में कुश्ती का महत्व अत्यधिक है, खासकर ग्रामीण इलाकों में। यहां यह सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि एक पारंपरिक कला है जो पीढ़ी दर पीढ़ी चलती आ रही है।
- भारतीय कुश्ती में अखाड़ा एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जहां पहलवान अपनी ट्रेनिंग करते हैं और शारीरिक रूप से फिट रहते हैं।
महत्वपूर्ण पहलवान और उपलब्धियाँ:
- साक्षी मलिक: 2016 के रियो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली साक्षी मलिक भारत की पहली महिला पहलवान हैं, जिन्होंने ओलंपिक में पदक जीता।
- बबीता फोगट: उन्होंने भी कॉमनवेल्थ गेम्स में शानदार प्रदर्शन किया है और महिला कुश्ती में भारत का नाम रोशन किया है।
- महावीर फोगट: बबीता और गीता फोगट के कोच, जिन्होंने भारतीय कुश्ती में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
कुश्ती खेल का अद्भुत संयोजन है ताकत, तकनीकी कौशल और मानसिक दृढ़ता का, और यही कारण है कि यह खेल हमेशा आकर्षक और रोमांचक रहता है।
कबड्डी एक प्रमुख भारतीय खेल है, जो शारीरिक शक्ति, तेजी और रणनीति का बेहतरीन संयोजन है। यह खेल दो टीमों के बीच खेला जाता है, जिनमें से प्रत्येक टीम में सात खिलाड़ी होते हैं। कबड्डी का उद्देश्य “रेडी” (गेंदे) के दौरान विरोधी टीम के खिलाड़ियों को बिना सांस लिए टैग करना होता है और फिर अपनी टीम के पास सुरक्षित लौटना। यह खेल प्रमुख रूप से एशियाई देशों में खेला जाता है, लेकिन अब यह खेल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी लोकप्रिय हो गया है।
कबड्डी के प्रमुख नियम:
- खिलाड़ियों की भूमिका:
- प्रत्येक टीम के पास दो मुख्य भूमिकाएँ होती हैं:
- रेडी (Raider): यह खिलाड़ी विपक्षी टीम के क्षेत्र में जाकर विरोधी खिलाड़ियों को टैग करने की कोशिश करता है। उसे बिना सांस लिए वापस अपनी टीम के क्षेत्र में लौटना होता है।
- डेफेंडर: यह खिलाड़ी उस विरोधी टीम के खिलाड़ी को रोकने का प्रयास करता है जो रेड करने के लिए आया होता है।
- प्रत्येक टीम के पास दो मुख्य भूमिकाएँ होती हैं:
- खेल का मैदान:
कबड्डी का मैदान दो भागों में विभाजित होता है, जो दोनों टीमों के लिए होते हैं। एक टीम अपने भाग में होती है और दूसरी टीम विरोधी टीम के हिस्से में। - रेडी की प्रक्रिया:
रेड करने वाले खिलाड़ी को बार-बार “कबड्डी, कबड्डी…” शब्द बोलते हुए विरोधी टीम के क्षेत्र में प्रवेश करना होता है। यदि वह खिलाड़ी अपनी टीम के क्षेत्र में लौटने से पहले सांस लेता है, तो उसे आउट माना जाता है। - पॉइंट्स सिस्टम:
- एक खिलाड़ी अगर रेड के दौरान विपक्षी टीम के एक या अधिक खिलाड़ियों को टैग करता है और अपनी टीम के क्षेत्र में वापस लौटता है, तो उसे एक अंक मिलता है।
- यदि रेड खिलाड़ी टैग करने से पहले आउट हो जाता है, तो विपक्षी टीम को अंक मिलता है।
- यदि एक टीम सभी खिलाड़ियों को आउट कर देती है, तो उसे अतिरिक्त अंक मिलते हैं। इस स्थिति को “लाइफलाइन” कहा जाता है, जहां टीम को सभी खिलाड़ियों को खेलने के लिए वापस लाने का मौका मिलता है।
प्रमुख कबड्डी टूर्नामेंट्स:
- प्रो कबड्डी लीग (PKL):
यह कबड्डी का सबसे बड़ा और प्रमुख टूर्नामेंट है, जो भारतीय टेलीविजन पर प्रसारित होता है। इसमें भारत की प्रमुख कबड्डी टीमों के बीच मुकाबला होता है। यह टूर्नामेंट दर्शकों के बीच बेहद लोकप्रिय है, और इसे एक पेशेवर लीग के रूप में बड़े स्तर पर खेला जाता है। - राष्ट्रीय कबड्डी चैम्पियनशिप:
यह भारत में कबड्डी का सबसे पुराना और प्रतिष्ठित टूर्नामेंट है। इसमें भारतीय राज्य अपनी टीम भेजते हैं, और यह टीमों के बीच एक आंतरिक प्रतियोगिता होती है। - एशियाई कबड्डी चैंपियनशिप:
यह एशिया में कबड्डी का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट है, जिसमें विभिन्न एशियाई देशों की टीमें भाग लेती हैं। - विश्व कबड्डी चैंपियनशिप:
यह कबड्डी का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सबसे बड़ा टूर्नामेंट है, जिसमें विश्वभर की टीमें प्रतियोगिता करती हैं।
भारत में कबड्डी का महत्व:
कबड्डी भारत का एक पारंपरिक खेल है, और इसकी जड़ें ग्रामीण इलाकों में गहरी हैं। यह खेल शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण होता है और खिलाड़ियों को मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत बनाता है। भारत में कबड्डी के कई सितारे हैं, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन किया है, जैसे:
- अजय ठाकुर – भारतीय कबड्डी टीम के कप्तान और एक बेहतरीन रेडर।
- प्रदीप नरवाल – वह “कबड्डी के पावरहाउस” माने जाते हैं और प्रो कबड्डी लीग में अपनी शानदार रेडिंग के लिए प्रसिद्ध हैं।
- पवन सहरावत – एक और प्रभावशाली रेडर, जो अपनी उत्कृष्ट रेडिंग के लिए जाने जाते हैं।
कबड्डी के खेल में शारीरिक ताकत के साथ-साथ मानसिकता और सामूहिक रणनीति भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, और यही कारण है कि यह खेल दर्शकों के बीच इतना रोमांचक और उत्साहजनक होता है
फुटबॉल (Soccer) एक अत्यधिक लोकप्रिय और विश्वभर में खेले जाने वाला खेल है। यह खेल दो टीमों के बीच खेला जाता है, जिनमें से प्रत्येक टीम में 11 खिलाड़ी होते हैं। फुटबॉल का उद्देश्य विरोधी टीम के गोलपोस्ट में बॉल को गोल के रूप में भेजना होता है, जबकि विपक्षी टीम इसे रोकने की कोशिश करती है।
फुटबॉल के प्रमुख नियम:
- गोल:
खेल का मुख्य उद्देश्य गेंद को विरोधी टीम के गोल में डालना होता है। गोल करने के लिए बॉल को गोलपोस्ट के भीतर फेंकना आवश्यक होता है। - पेनल्टी और फ्री किक:
- यदि कोई खिलाड़ी विपक्षी टीम के खिलाफ अनुशासनहीनता करता है, तो उसे फ्री किक या पेनल्टी किक दी जाती है। पेनल्टी किक विशेष रूप से तब होती है जब अपराध अपने गोल क्षेत्र के भीतर होता है।
- ऑफसाइड:
एक खिलाड़ी तब ऑफसाइड होता है जब वह बॉल के पास होते हुए भी अपने प्रतिद्वंदी के गोल के बहुत पास होता है और कोई भी प्रतिद्वंदी खिलाड़ी उस के बीच में नहीं होता है। यह नियम किसी खिलाड़ी को बेतहाशा गोल करने से रोकने के लिए है। - फाउल:
जब कोई खिलाड़ी किसी विरोधी खिलाड़ी के साथ हिंसक तरीके से बर्ताव करता है या उसे गिरा देता है, तो यह एक फाउल माना जाता है और इसके परिणामस्वरूप फ्री किक या पेनल्टी किक हो सकती है।
फुटबॉल की प्रमुख प्रतियोगिताएँ:
- फीफा विश्व कप:
यह फुटबॉल का सबसे बड़ा और सबसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट है, जो हर चार साल में आयोजित होता है। इसमें दुनिया भर की सर्वश्रेष्ठ राष्ट्रीय टीमें भाग लेती हैं। ब्राजील, जर्मनी, अर्जेंटीना, फ्रांस और स्पेन जैसी टीमें इस टूर्नामेंट में ऐतिहासिक विजेता रही हैं। - UEFA चैंपियन्स लीग:
यह यूरोप का सबसे बड़ा क्लब फुटबॉल टूर्नामेंट है। इसमें यूरोप के प्रमुख क्लब टीमों के बीच प्रतिस्पर्धा होती है। रियल मैड्रिड, बार्सिलोना, बायर्न म्यूनिख और लिवरपूल जैसी टीमें इसे जीत चुकी हैं। - कोपा अमेरिका:
यह दक्षिण अमेरिकी देशों के बीच फुटबॉल का प्रमुख टूर्नामेंट है। अर्जेंटीना और ब्राजील की टीमें अक्सर इस टूर्नामेंट में प्रमुख प्रतियोगी होती हैं। - AFCON (AFRICAN CUP OF NATIONS):
यह अफ्रीका का प्रमुख फुटबॉल टूर्नामेंट है, जिसमें अफ्रीकी देशों की टीमों के बीच प्रतिस्पर्धा होती है। - इंग्लिश प्रीमियर लीग (EPL):
इंग्लैंड का फुटबॉल लीग प्रणाली दुनिया में सबसे प्रतिष्ठित लीगों में से एक है। मैनचेस्टर यूनाइटेड, लिवरपूल, मैनचेस्टर सिटी और चेल्सी जैसी टीमें इसके प्रमुख क्लब हैं। - ला लीगा:
यह स्पेन की प्रमुख फुटबॉल लीग है, जिसमें रियल मैड्रिड और बार्सिलोना जैसी दिग्गज टीमों के बीच प्रतियोगिता होती है।
फुटबॉल के महान खिलाड़ी:
- पेले (Brazil):
पेले को फुटबॉल का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी माना जाता है, जिनकी जादुई फुटबॉल तकनीक और गोल करने की क्षमता ने उन्हें “द गॉड ऑफ फुटबॉल” का खिताब दिलवाया। वे तीन फीफा विश्व कप जीतने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं। - डिएगो माराडोना (Argentina):
माराडोना को “गोल ऑफ द सेंचुरी” और अपनी अद्वितीय ड्रिबलिंग के लिए जाना जाता है। उन्होंने अर्जेंटीना को 1986 विश्व कप जीतने में मदद की। - लियोनेल मेस्सी (Argentina):
मेस्सी ने बार्सिलोना में अपनी फुटबॉल यात्रा शुरू की और उन्हें सर्वश्रेष्ठ फुटबॉल खिलाड़ियों में माना जाता है। उन्होंने पांच बार बैलन डी’ओर (फुटबॉल का सर्वोत्तम खिलाड़ी) अवार्ड जीता है। - क्रिस्टियानो रोनाल्डो (Portugal):
रोनाल्डो, अपने गोल करने के असाधारण कौशल और शारीरिक फिटनेस के लिए प्रसिद्ध हैं। उन्होंने पांच बैलन डी’ओर अवार्ड और कई क्लब खिताब जीते हैं। - ज्लाटन इब्राहीमोविच (Sweden):
इब्राहीमोविच एक शानदार स्ट्राइकर हैं और उनके अजीब और अलग तरीके से गोल करने के कौशल के कारण वे हमेशा चर्चा में रहते हैं।
भारत में फुटबॉल:
भारत में फुटबॉल का एक लंबा इतिहास है, और इस खेल को विशेष रूप से पूर्वी और उत्तर-पूर्वी क्षेत्रों में लोकप्रियता मिली है। आई-लीग और इंडियन सुपर लीग (ISL) जैसे प्रमुख फुटबॉल लीग भारत में फुटबॉल के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
भारत के प्रमुख फुटबॉल खिलाड़ी:
- सुनिल छेत्री:
भारत के सबसे बड़े फुटबॉल सितारे, जिनकी गोल स्कोरिंग क्षमता और नेतृत्व कौशल ने उन्हें भारतीय फुटबॉल का चेहरा बना दिया है। छेत्री भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान हैं और उनके नाम कई रिकॉर्ड हैं। - बाइचुंग भूटिया:
भूटिया भारतीय फुटबॉल के पहले सुपरस्टार थे, जिन्होंने भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई। उन्होंने भारतीय फुटबॉल के इतिहास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
फुटबॉल को “दुनिया का सबसे लोकप्रिय खेल” माना जाता है, और इसके खेलने का तरीका और रोमांच खेल प्रेमियों को एक अलग अनुभव देता है।
भारतीय कुश्ती संघ (WFI) भारत में कुश्ती के खेल को संचालित और नियंत्रित करने वाली मुख्य संस्था है। यह संगठन कुश्ती के विकास, प्रतियोगिताओं के आयोजन, और खिलाड़ियों के चयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। WFI का मुख्य उद्देश्य भारतीय कुश्ती को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रोत्साहित करना और इसे एक पेशेवर खेल के रूप में स्थापित करना है।
भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के प्रमुख कार्य:
- प्रतियोगिताओं का आयोजन:
WFI विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं का आयोजन करता है, जिनमें राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप, भारतीय कुश्ती लीग, और अन्य प्रमुख टूर्नामेंट शामिल हैं। ये प्रतियोगिताएँ भारतीय कुश्ती को आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण हैं। - खिलाड़ियों का चयन:
WFI राष्ट्रीय स्तर पर कुश्ती टीमों का चयन करती है। ओलंपिक, विश्व चैंपियनशिप, एशियाई खेल जैसे बड़े आयोजनों के लिए भारतीय टीम के चयन की प्रक्रिया WFI द्वारा की जाती है। - खिलाड़ियों के प्रशिक्षण:
कुश्ती के विकास के लिए WFI विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम और शिविर आयोजित करता है, ताकि भारतीय पहलवानों को उच्च स्तर की तैयारी मिल सके। इसके लिए WFI विभिन्न राज्यों में कुश्ती अकादमियों की स्थापना भी करती है। - आधिकारिक नियम और निर्देश:
WFI कुश्ती के खेल के लिए नियमों का निर्धारण करता है और खिलाड़ियों को इन नियमों के अनुसार खेल के प्रति जागरूक करता है। इसके अलावा, यह कुश्ती के लिए विभिन्न दिशा-निर्देश भी जारी करता है। - इंटरनेशनल रेगुलेशन का पालन:
WFI, विश्व कुश्ती संघ (UWW) के दिशा-निर्देशों का पालन करता है और भारतीय पहलवानों को अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए प्रशिक्षित करता है। - वित्तीय सहायता और स्कॉलरशिप:
WFI खिलाड़ियों को स्कॉलरशिप और वित्तीय सहायता प्रदान करता है, ताकि वे बेहतर प्रशिक्षण प्राप्त कर सकें और देश का नाम रोशन कर सकें। - समाज में जागरूकता:
कुश्ती को एक लोकप्रिय खेल बनाने के लिए WFI विभिन्न समाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करता है। यह कार्यक्रम विशेष रूप से स्कूलों और कॉलेजों में कुश्ती के प्रति रुचि बढ़ाने के लिए आयोजित किए जाते हैं।
WFI के प्रमुख पहलवानों का योगदान:
- साक्षी मलिक: 2016 के रियो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली साक्षी मलिक, भारतीय कुश्ती में महत्वपूर्ण नाम हैं।
- बबीता फोगट: वह भारतीय महिला कुश्ती में एक प्रमुख चेहरा हैं और उनकी उपलब्धियां अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त हैं।
- किरण देवी यादव: वह भी महिला कुश्ती में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं।
- सुशील कुमार: 2012 के लंदन ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाले सुशील कुमार भारतीय कुश्ती के दिग्गज पहलवान हैं।
- योगेश्वर दत्त: वह भी ओलंपिक मेडलिस्ट पहलवान हैं और भारतीय कुश्ती में उनका अहम योगदान है।
कुश्ती संघ का गठन और इतिहास:
भारतीय कुश्ती संघ का गठन 1950 में हुआ था। इसके बाद से यह संघ भारतीय कुश्ती को एक स्थिर और संगठित दिशा में आगे बढ़ाने के लिए काम कर रहा है। आज भी WFI के माध्यम से भारतीय कुश्ती को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है और भारत को ओलंपिक, विश्व चैंपियनशिप और अन्य प्रमुख टूर्नामेंटों में मेडल प्राप्त हुए हैं।
विश्व कुश्ती संघ (UWW):
UWW (United World Wrestling) विश्व भर में कुश्ती के खेल को नियंत्रित करता है और इसे एक वैश्विक संस्था माना जाता है। भारतीय कुश्ती संघ (WFI) UWW का सदस्य है, और भारतीय पहलवान UWW द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेते हैं।
भारतीय कुश्ती संघ ने कुश्ती को राष्ट्रीय खेलों से लेकर अंतर्राष्ट्रीय मंच पर एक प्रमुख खेल के रूप में स्थापित किया है, और यह भारतीय खिलाड़ियों को अधिक से अधिक अवसर प्रदान कर रहा है।