रेखा गुप्ता भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता हैं, जिन्होंने 20 फरवरी 2025 को दिल्ली की नौवीं मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। वह दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री हैं।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा: रेखा गुप्ता का जन्म 19 जुलाई 1974 को हरियाणा के जींद जिले के जुलाना उपमंडल के नंदगढ़ गांव में हुआ था। उनके पिता, जयभगवान, बैंक ऑफ इंडिया में प्रबंधक थे, और उनकी माता गृहिणी थीं। जब रेखा दो वर्ष की थीं, तब उनका परिवार 1976 में दिल्ली स्थानांतरित हो गया। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के दौलत राम कॉलेज से वाणिज्य में स्नातक (बी.कॉम) किया और चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ से कानून (एलएलबी) की डिग्री प्राप्त की।
राजनीतिक करियर: रेखा गुप्ता ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1992 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से की। वह 1995-96 में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ की सचिव और 1996-97 में अध्यक्ष रहीं। उन्होंने 2007 और 2012 में उत्तरी पीतमपुरा (वार्ड 54) से पार्षद के रूप में चुनाव जीता और दक्षिण दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) की महापौर भी रहीं। 2022 में, भाजपा ने उन्हें एमसीडी मेयर पद के लिए उम्मीदवार बनाया। 2025 के विधानसभा चुनाव में, रेखा गुप्ता ने शालीमार बाग विधानसभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी की वंदना कुमारी को 29,595 मतों के अंतर से हराया।
व्यक्तिगत जीवन: रेखा गुप्ता के पति, मनीष गुप्ता, एक व्यवसायी हैं, जो स्पेयर पार्ट्स और बीमा के क्षेत्र में कार्यरत हैं। उनके दो बच्चे हैं: बेटी हर्षिता, जो अपने पिता के व्यवसाय में रुचि रखती हैं, और बेटा निकुंज, जो अभी पढ़ाई कर रहा है।
रेखा गुप्ता की कुल संपत्ति 5.31 करोड़ रुपये है, जिसमें से 1.20 करोड़ रुपये देनदारियों के रूप में हैं। उनकी वार्षिक आय 2023-24 में 6.92 लाख रुपये थी, जबकि उनके पति की आय 97.33 लाख रुपये रही।
मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद, रेखा गुप्ता ने कहा, “यह एक नई प्रेरणा और एक नया अध्याय है। अगर मैं मुख्यमंत्री बन सकती हूं, तो इसका मतलब है कि सभी महिलाओं के लिए रास्ते खुले हैं।”
रेखा गुप्ता का राजनीतिक सफर उनकी दृढ़ता और समर्पण का प्रतीक है, जो उन्हें दिल्ली की राजनीति में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाता है।

रेखा गुप्ता का जन्म 19 जुलाई 1974 को हरियाणा के जींद जिले के जुलाना उपमंडल के नंदगढ़ गांव में हुआ था। उनके पिता जयभगवान बैंक ऑफ इंडिया में प्रबंधक थे, और उनकी माता एक गृहिणी थीं। जब रेखा मात्र दो वर्ष की थीं, तब उनका परिवार 1976 में दिल्ली स्थानांतरित हो गया।
दिल्ली में ही उनकी प्रारंभिक शिक्षा हुई। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के दौलत राम कॉलेज से वाणिज्य (B.Com) में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद, उन्होंने चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ से कानून (LLB) की डिग्री प्राप्त की। छात्र जीवन से ही उन्हें राजनीति में रुचि थी, जिसके चलते वे कॉलेज और विश्वविद्यालय स्तर पर विभिन्न छात्र संगठनों से जुड़ीं।
बाद में, उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के माध्यम से छात्र राजनीति में कदम रखा और अपने नेतृत्व क्षमता का परिचय दिया।
राजनीतिक करियर
रेखा गुप्ता का राजनीतिक सफर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से शुरू हुआ। छात्र जीवन से ही वे सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों में सक्रिय थीं।
छात्र राजनीति में प्रवेश
- 1992 में, वे ABVP से जुड़ीं और सक्रिय सदस्य के रूप में कार्य किया।
- 1995-96 में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) की सचिव बनीं।
- 1996-97 में DUSU अध्यक्ष चुनी गईं, जिससे वे दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्र राजनीति में एक मजबूत चेहरा बनकर उभरीं।
स्थानीय राजनीति में प्रवेश
- 2007 और 2012 में, वे उत्तरी पीतमपुरा (वार्ड 54) से नगर निगम चुनाव जीतीं और दिल्ली नगर निगम (MCD) में पार्षद बनीं।
- 2013 में, उन्हें दिल्ली नगर निगम (MCD) की महापौर नियुक्त किया गया।
- 2022 में, भाजपा ने उन्हें MCD के मेयर पद के लिए उम्मीदवार बनाया, जिससे वे दिल्ली में भाजपा के महत्वपूर्ण नेताओं में गिनी जाने लगीं।
विधानसभा चुनाव और मुख्यमंत्री पद
- 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में, उन्होंने शालीमार बाग विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा।
- आम आदमी पार्टी (AAP) की वंदना कुमारी को 29,595 वोटों के अंतर से हराकर जीत दर्ज की।
- 20 फरवरी 2025 को, उन्होंने दिल्ली की नौवीं मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, और चौथी महिला मुख्यमंत्री बनीं।
मुख्यमंत्री बनने के बाद उनकी प्राथमिकताएँ
मुख्यमंत्री बनने के बाद, उन्होंने महिला सुरक्षा, शिक्षा सुधार, पर्यावरण संरक्षण और दिल्ली में प्रदूषण कम करने को अपनी प्राथमिकता बताया। उनके नेतृत्व में भाजपा ने दिल्ली में नई योजनाओं और विकास कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने की घोषणा की।
रेखा गुप्ता का राजनीतिक सफर छात्र राजनीति से शुरू होकर दिल्ली की मुख्यमंत्री बनने तक बेहद प्रेरणादायक और संघर्षपूर्ण रहा है।
विधानसभा चुनाव और मुख्यमंत्री पद
2025 का दिल्ली विधानसभा चुनाव
रेखा गुप्ता ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) की ओर से शालीमार बाग विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा। यह सीट आम आदमी पार्टी (AAP) का गढ़ मानी जाती थी, लेकिन उन्होंने कड़ी टक्कर देकर AAP उम्मीदवार वंदना कुमारी को 29,595 वोटों के अंतर से हराया। उनकी जीत भाजपा के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि रही और इससे पार्टी को दिल्ली में मजबूती मिली।
दिल्ली की पहली भाजपा महिला मुख्यमंत्री
2025 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिला, जिसके बाद पार्टी नेतृत्व ने रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री पद के लिए चुना।
- 20 फरवरी 2025 को उन्होंने दिल्ली की नौवीं मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
- वे दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री बनीं, उनसे पहले शीला दीक्षित, सुषमा स्वराज और साहिब सिंह वर्मा की पत्नी के रूप में सरोजिनी नायडू ने अस्थायी रूप से यह पद संभाला था।
मुख्यमंत्री के रूप में प्राथमिकताएँ
रेखा गुप्ता ने मुख्यमंत्री बनने के बाद दिल्ली के विकास और सुधार के लिए कई प्राथमिकताएँ तय कीं:
महिला सुरक्षा: महिलाओं के लिए विशेष सुरक्षा योजनाएँ और हेल्पलाइन सेवाओं को मजबूत बनाना।
शिक्षा सुधार: सरकारी स्कूलों और कॉलेजों में शिक्षा के स्तर को सुधारने पर ध्यान देना।
पर्यावरण संरक्षण: दिल्ली में प्रदूषण कम करने और हरीत क्षेत्र (Green Belt) बढ़ाने की योजनाएँ लागू करना।
युवाओं के लिए रोजगार: नई स्टार्टअप योजनाओं और स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए नई नीतियाँ लागू करना।
ट्रांसपोर्ट और इंफ्रास्ट्रक्चर: सार्वजनिक परिवहन को अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक बनाना।
मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने कहा:
“अगर मैं मुख्यमंत्री बन सकती हूँ, तो इसका मतलब है कि सभी महिलाओं के लिए रास्ते खुले हैं। मैं दिल्ली के लोगों की सेवा में कोई कसर नहीं छोड़ूँगी।”
रेखा गुप्ता की जीत और मुख्यमंत्री पद की शपथ उनके राजनीतिक सफर में एक ऐतिहासिक उपलब्धि रही, जिसने उन्हें दिल्ली की राजनीति में एक मजबूत और प्रभावशाली नेता के रूप में स्थापित किया
व्यक्तिगत जीवन
परिवार और विवाह
रेखा गुप्ता का जन्म एक मध्यमवर्गीय हिंदू परिवार में हुआ था। उनके पिता जयभगवान बैंक ऑफ इंडिया में प्रबंधक थे, और उनकी माता एक गृहिणी थीं। उन्होंने अपने परिवार से संघर्ष और आत्मनिर्भरता की सीख ली।
रेखा गुप्ता का विवाह मनीष गुप्ता से हुआ, जो एक व्यवसायी हैं। उनका व्यवसाय स्पेयर पार्ट्स और बीमा सेक्टर से जुड़ा है।
बच्चे
उनके दो बच्चे हैं:
👧 बेटी – हर्षिता गुप्ता (पिता के व्यवसाय में रुचि रखती हैं)
👦 बेटा – निकुंज गुप्ता (अभी पढ़ाई कर रहे हैं)
शौक और रुचियाँ
रेखा गुप्ता को किताबें पढ़ने, सामाजिक कार्यों में भाग लेने और लोगों के साथ बातचीत करने का शौक है। वे महिलाओं की शिक्षा और सशक्तिकरण के लिए कई कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी निभाती हैं।
आर्थिक स्थिति
- कुल संपत्ति: ₹5.31 करोड़
- कुल देनदारियाँ: ₹1.20 करोड़
- 2023-24 में वार्षिक आय: ₹6.92 लाख
- पति की वार्षिक आय: ₹97.33 लाख
जीवन दर्शन
रेखा गुप्ता का मानना है कि “सच्चे नेता वे होते हैं जो जनता के बीच रहकर उनके मुद्दों को समझें और हल करें।” उनके अनुसार, महिलाओं को आत्मनिर्भर और शिक्षित बनाना समाज की असली प्रगति का संकेत है।
मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने कहा:
“अगर मैं एक साधारण परिवार से निकलकर दिल्ली की मुख्यमंत्री बन सकती हूँ, तो कोई भी अपने सपनों को साकार कर सकता है।”