स्वास्थ्य सिफारिशें:
- खुले में कसरत न करें: बाहरी शारीरिक गतिविधियों से बचें।
- खिड़कियाँ बंद रखें: बाहर की दूषित हवा को अंदर आने से रोकें।
- एयर प्यूरीफ़ायर का उपयोग करें: इनडोर वायु की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए।
- मास्क पहनें: बाहर जाते समय N95 मास्क का उपयोग करें।
वर्तमान में, दिल्ली में वायु गुणवत्ता ‘अस्वस्थ’ श्रेणी में है, जो संवेदनशील समूहों के लिए हानिकारक हो सकती है।
वायु प्रदूषण के उच्च स्तर के कारण, निवासियों को सलाह दी जाती है कि वे बाहरी गतिविधियों को सीमित करें और उपरोक्त स्वास्थ्य सिफारिशों का पालन करें।
बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान को एक बार फिर जान से मारने की धमकी मिली है। मुंबई पुलिस के ट्रैफिक कंट्रोल रूम को लॉरेंस बिश्नोई के नाम से एक धमकी भरा संदेश प्राप्त हुआ, जिसमें सलमान खान से 5 करोड़ रुपये की मांग की गई है। संदेश में कहा गया है कि यदि सलमान खान जीवित रहना चाहते हैं, तो उन्हें हमारे मंदिर में आकर माफी मांगनी होगी या 5 करोड़ रुपये देने होंगे। अन्यथा, उन्हें जान से मार दिया जाएगा।
इस मामले में पुलिस ने कर्नाटक के हावेरी जिले से राजस्थान के सांचौर निवासी भीखाराम बिश्नोई को गिरफ्तार किया है। भीखाराम ने सलमान खान से 5 करोड़ रुपये की मांग की थी और धमकी दी थी। पुलिस जांच में पता चला है कि भीखाराम का गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से कोई सीधा संबंध नहीं है, लेकिन वह उसका प्रशंसक है और सोशल मीडिया पर उसकी तस्वीरें साझा करता रहा है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ वर्षों में सलमान खान को कई बार जान से मारने की धमकियां मिल चुकी हैं। इन धमकियों के चलते उनकी सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है और सलमान खान की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठा रही है
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के परिणाम घोषित हो चुके हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन ने 288 में से 230 सीटों पर जीत हासिल की है, जिससे उन्होंने स्पष्ट बहुमत प्राप्त किया है। वहीं, महा विकास आघाड़ी (एमवीए) गठबंधन को 49 सीटों पर संतोष करना पड़ा।
मुख्य दलों का प्रदर्शन:
- भाजपा: 132 सीटें
- शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट): 57 सीटें
- राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार गुट): 41 सीटें
- शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे): 20 सीटें
- कांग्रेस: 16 सीटें
- राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट): 10 सीटें
प्रमुख विजेता:
- देवेंद्र फडणवीस (भाजपा) ने नागपुर दक्षिण पश्चिम सीट से जीत दर्ज की।
- अजित पवार (राकांपा) ने बारामती सीट से विजय हासिल की।
- एकनाथ शिंदे (शिवसेना) ने कोपरी-पचपखड़ी सीट से जीत दर्ज की।
सरकार गठन:
चुनाव परिणामों के बाद, देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, जबकि एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभाली
झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के परिणाम घोषित हो चुके हैं, जिसमें झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन ने 81 में से 55 सीटों पर जीत हासिल की है, जिससे उन्होंने स्पष्ट बहुमत प्राप्त किया है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को 22 सीटों पर संतोष करना पड़ा।
मुख्य दलों का प्रदर्शन:
- झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम): 34 सीटें
- भारतीय जनता पार्टी (भाजपा): 21 सीटें
- कांग्रेस (कांग्रेस): 16 सीटें
- राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी): 4 सीटें
- भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) (लिबरेशन) [सीपीआई(एमएल)(एल)]: 2 सीटें
- आजसू पार्टी (एजेएसयूपी): 1 सीट
- लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) [एलजेपी(आरवी)]: 1 सीट
- झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम): 1 सीट
- जनता दल (यूनाइटेड) [जेडी(यू)]: 1 सीट
प्रमुख विजेता:
- हेमंत सोरेन (जेएमएम): बरहेट सीट से जीत दर्ज की।
- बाबूलाल मरांडी (भाजपा): धनवार सीट से विजय हासिल की।
- इरफान अंसारी (कांग्रेस): जामताड़ा सीट से जीत दर्ज की।
- सुदेश महतो (एजेएसयूपी): सिल्ली सीट से पराजित हुए।
सरकार गठन:
चुनाव परिणामों के बाद, हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, जबकि कांग्रेस और आरजेडी के नेताओं ने मंत्रिमंडल में शामिल होकर गठबंधन सरकार का गठन किया
कनाडा में हाल ही में एक विवाद उत्पन्न हुआ है, जब विपक्षी नेता पियरे पोइलिवरे और उनकी कंजर्वेटिव पार्टी ने संसद हिल में आयोजित होने वाले वार्षिक दिवाली समारोह को रद्द करने का निर्णय लिया। यह समारोह 1998 से आयोजित हो रहा था और इसे दिवंगत कंजर्वेटिव सांसद दीपक ओबरॉय ने शुरू किया था। इस निर्णय के बाद, कनाडा के हिंदू, सिख, बौद्ध, और जैन समुदायों में नाराजगी देखी जा रही है। कनाडा हिंदू फोरम ने इस कदम की निंदा करते हुए इसे सांस्कृतिक असंवेदनशीलता का प्रतीक बताया है।
समुदाय के नेताओं का मानना है कि यह निर्णय भारत और कनाडा के बीच मौजूदा कूटनीतिक तनाव के कारण लिया गया है, जो इन सांस्कृतिक समूहों के प्रति असंवेदनशीलता को दर्शाता है। ओवरसीज फ्रेंड्स ऑफ इंडिया कनाडा के अध्यक्ष शिव भास्कर ने इस फैसले पर निराशा व्यक्त की और कहा कि यह कदम भारतीय-कनाडाई लोगों को यह संदेश देता है कि उन्हें बाहरी लोगों के रूप में देखा जा रहा है।
हालांकि, लिबरल पार्टी के सांसद चंद्र आर्य ने ओबरॉय फाउंडेशन के साथ मिलकर इस वर्ष के दिवाली समारोह की मेजबानी की, जिससे यह सुनिश्चित हुआ कि यह महत्वपूर्ण सांस्कृतिक कार्यक्रम जारी रहे।
इस घटना ने कनाडा में सांस्कृतिक विविधता और समावेशिता के महत्व पर एक महत्वपूर्ण चर्चा को जन्म दिया है
हाल ही में, हमास और इज़राइल के बीच गाजा पट्टी में संघर्ष को समाप्त करने के लिए एक युद्धविराम समझौता हुआ है, जो 19 जनवरी 2025 से प्रभावी है। इस समझौते के तहत, हमास ने 33 इज़राइली बंधकों की रिहाई के बदले में इज़राइल से फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई पर सहमति व्यक्त की है। पहले चरण में, हमास ने 33 बंधकों को रिहा किया, जिसके बदले में इज़राइल ने 183 फिलिस्तीनी कैदियों को मुक्त किया।
समझौते के अनुसार, तीन चरणों में युद्धविराम लागू किया जाएगा:
- पहला चरण: 33 इज़राइली बंधकों की रिहाई और इज़राइल द्वारा फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई।
- दूसरा चरण: सभी शेष इज़राइली बंधकों की रिहाई के बदले में फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई, सैन्य अभियानों की स्थायी समाप्ति, और “स्थायी शांति” की घोषणा।
- तीसरा चरण: पार्थिव अवशेषों का आदान-प्रदान, गाजा में आने-जाने के लिए सीमाओं का खुलना, और गाजा के पुनर्निर्माण योजना का कार्यान्वयन।
इस समझौते की मध्यस्थता संयुक्त राज्य अमेरिका, मिस्र, और कतर द्वारा की गई है, जो इसके कार्यान्वयन की निगरानी भी करेंगे।
हमास ने गाजा में स्थायी युद्धविराम की इच्छा जताई है, जिसके तहत सभी शत्रुतापूर्ण गतिविधियों की स्थायी समाप्ति और इज़राइली सेनाओं की पूर्ण वापसी शामिल है। वर्तमान में, दोनों पक्षों के बीच बातचीत जारी है, और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय इस प्रक्रिया की निगरानी कर रहा है।
भारत ने इस युद्धविराम का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि इसके परिणामस्वरूप गाजा के लोगों को मानवीय सहायता की सुरक्षित और निरंतर आपूर्ति होगी। भारत ने सभी बंधकों की रिहाई, युद्धविराम, और बातचीत और कूटनीति के मार्ग पर लौटने के लिए अपने आह्वान को भी दोहराया है।
यह युद्धविराम समझौता गाजा में शांति और स्थिरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय इसकी सफलता की उम्मीद कर रहा है।
ब्रिटेन के महाराज किंग चार्ल्स तृतीय और उनकी पत्नी, महारानी कैमिला, ने हाल ही में बेंगलुरु का एक निजी दौरा किया। वे 27 अक्टूबर 2024 को समोआ में आयोजित राष्ट्रमंडल सरकारों के प्रमुखों की बैठक में भाग लेने के बाद सीधे बेंगलुरु पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने व्हाइटफील्ड के पास स्थित ‘सौक्या’ अंतरराष्ट्रीय समग्र स्वास्थ्य केंद्र में तीन दिन बिताए। यह केंद्र आयुर्वेद, होम्योपैथी, योग, और प्राकृतिक चिकित्सा जैसी विभिन्न पारंपरिक और प्राकृतिक चिकित्सा प्रणालियों के लिए प्रसिद्ध है।
इस यात्रा के दौरान, किंग चार्ल्स और महारानी कैमिला ने योग सत्र, ध्यान, और विभिन्न उपचारों में भाग लिया। उनकी दिनचर्या में सुबह योग, विशेष आहार, और पुनर्जीवन उपचार शामिल थे। उन्होंने केंद्र के 30 एकड़ के परिसर में लंबी सैर का आनंद लिया और जैविक खेतों का दौरा भी किया।
गौरतलब है कि किंग चार्ल्स पहले भी इस केंद्र का दौरा कर चुके हैं। 2019 में, उन्होंने अपना 71वां जन्मदिन यहीं मनाया था। केंद्र के संचालक, डॉ. इसाक मथाई, किंग चार्ल्स के राज्याभिषेक में शामिल होने वाले कुछ भारतीयों में से एक थे।
बकिंघम पैलेस के अनुसार, यह यात्रा पूरी तरह से निजी थी और इसका उद्देश्य किंग चार्ल्स के स्वास्थ्य का ध्यान रखना था। यह दौरा उनके कैंसर उपचार से संबंधित नहीं था, बल्कि लंबी यात्रा के बीच डॉक्टरों की सलाह पर उचित आराम के लिए किया गया था।
किंग चार्ल्स की यह यात्रा भारत और विशेष रूप से बेंगलुरु के साथ उनके गहरे संबंधों को दर्शाती है। उनकी आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा में रुचि लंबे समय से ज्ञात है, और यह दौरा उसी का एक उदाहरण है