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Morgan Howen

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खासी होने के बाद करे ये सरल उपाय और दूर करे अपनी खासी

. सूखी खांसी (Dry Cough) के लिए:

  • डेक्स्ट्रोमेथॉर्फेन (Dextromethorphan)सूखी खांसी को रोकने के लिए
  • कोडीन (Codeine) सिरपतीव्र खांसी के लिए (डॉक्टर की सलाह लें)
  • बेनाड्रिल (Benadryl) सिरप

2. बलगम वाली खांसी (Wet Cough) के लिए:

  • गुआफेनेसिन (Guaifenesin)बलगम को पतला करने के लिए
  • एंब्रोक्सॉल (Ambroxol) सिरप
  • एसीटाइलसिस्टीन (Acetylcysteine) टैबलेट या सिरप

3. आयुर्वेदिक और घरेलू उपाय:

  • हनी और अदरक का रसगले की खराश और खांसी में लाभकारी
  • मुलेठी और तुलसी की चाय
  • कफ सिरप जैसे Dabur Honitus या Patanjali Swasari Syrup

अगर खांसी 7-10 दिनों से ज्यादा हो रही है या खून आ रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें

डेक्स्ट्रोमेथॉर्फेन (Dextromethorphan) एक एंटीट्यूसिव (Antitussive) दवा है, जो सूखी खांसी (Dry Cough) को रोकने में मदद करती है। यह दिमाग में खांसी को ट्रिगर करने वाले सिग्नल को दबाकर काम करती है।

डेक्स्ट्रोमेथॉर्फेन का उपयोग:

  • सूखी और लगातार खांसी को कम करने के लिए
  • गले में जलन और खांसी से होने वाली असहजता को कम करने के लिए

ब्रांड नाम (भारत में उपलब्ध):

  • Benadryl DR Syrup
  • Dilosyn-DX
  • Corex-DX
  • Torex Syrup

डोज़ (खुराक):

  • बच्चों के लिए: डॉक्टर की सलाह से ही दें
  • वयस्कों के लिए: आमतौर पर 10-30 mg हर 4-6 घंटे में (अधिकतम 120 mg/दिन)

सावधानियाँ:

  • ज़रूरत से ज़्यादा लेने से चक्कर, मतली, उल्टी और घबराहट हो सकती है।
  • हृदय रोग, लीवर की समस्या या अस्थमा के मरीज डॉक्टर से सलाह लेकर ही लें।
  • अगर खांसी 7-10 दिनों से ज्यादा बनी रहे तो डॉक्टर से संपर्क करें।

कोडीन (Codeine) सिरप एक ओपिओइड (Opioid) एंटीट्यूसिव दवा है, जो सूखी और गंभीर खांसी (Dry & Severe Cough) को रोकने में मदद करती है। यह दिमाग में खांसी के सेंटर को दबाकर काम करता है, जिससे खांसी कम होती है। इसे आमतौर पर तेज और लंबे समय तक रहने वाली खांसी के लिए डॉक्टर की सलाह पर दिया जाता है।

📌 कोडीन सिरप के उपयोग:

  • सूखी और असहनीय खांसी में राहत देता है।
  • गले की जलन और दर्द को कम करता है।
  • नींद में खांसी के कारण होने वाली रुकावट को कम करता है।

🔹 भारत में उपलब्ध कोडीन सिरप के ब्रांड:

👉 Corex Cough Syrup
👉 Phensedyl Cough Syrup
👉 Torex C Syrup
👉 Codistar Syrup

⚠️ महत्वपूर्ण: कोडीन को भारत में नियंत्रित दवाओं की श्रेणी में रखा गया है, इसलिए इसे डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के बिना नहीं खरीदा जा सकता।

💊 डोज़ (खुराक):

  • बच्चों के लिए (12 साल से कम) – ❌ नहीं दी जाती
  • वयस्कों के लिए10-20 mg हर 4-6 घंटे में (अधिकतम 120 mg/दिन)

⚠️ सावधानियाँ और साइड इफेक्ट्स:

कोडीन की लत (Addiction) लग सकती है, इसलिए इसे लंबे समय तक इस्तेमाल न करें।
नींद, चक्कर, कब्ज़ और मतली हो सकती है।
एल्कोहल के साथ न लें, क्योंकि यह साइड इफेक्ट्स को बढ़ा सकता है।
गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएँ इसे डॉक्टर की सलाह के बिना न लें।

बेनाड्रिल (Benadryl) सिरपखांसी और एलर्जी के लिए एक लोकप्रिय दवा

बेनाड्रिल सिरप का उपयोग सूखी और बलगमी खांसी दोनों के इलाज के लिए किया जाता है। इसमें डिपहेन्हाइड्रामाइन (Diphenhydramine) और अमोनियम क्लोराइड (Ammonium Chloride) जैसे सक्रिय तत्व होते हैं, जो खांसी को शांत करने और बलगम को बाहर निकालने में मदद करते हैं।

📌 बेनाड्रिल सिरप के उपयोग:

सूखी और एलर्जी वाली खांसी में फायदेमंद
गले की खुजली और जलन को कम करता है
सांस की नली में बलगम को पतला करके बाहर निकालने में मदद करता है
रात में खांसी के कारण होने वाली नींद की समस्या को कम करता है

🔹 भारत में बेनाड्रिल के प्रकार और ब्रांड:

1️⃣ Benadryl Cough Formula Syrup – सूखी और बलगमी खांसी के लिए
2️⃣ Benadryl DR Syrup – सिर्फ सूखी खांसी के लिए
3️⃣ Benadryl Allergy Syrup – एलर्जी और छींक के लिए

💊 डोज़ (खुराक):

  • बच्चों (6-12 साल)5ml दिन में 3 बार
  • वयस्कों10ml दिन में 3 बार
  • 6 साल से छोटे बच्चों को डॉक्टर की सलाह के बिना न दें

बेहतर असर के लिए इसे खाने के बाद और सोने से पहले लें।

⚠️ सावधानियाँ और साइड इफेक्ट्स:

नींद आने (Drowsiness) की समस्या हो सकती है, इसलिए इसे लेने के बाद गाड़ी न चलाएँ।
अत्यधिक सेवन से चक्कर, उल्टी, घबराहट और ड्राई माउथ हो सकता है।
गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएँ डॉक्टर की सलाह लें।
ब्लड प्रेशर, अस्थमा या एलर्जी की गंभीर समस्या होने पर डॉक्टर से पूछकर लें।

🚨 डॉक्टर से कब संपर्क करें?

✔ अगर खांसी 10 दिनों से ज्यादा बनी रहे
✔ अगर सांस लेने में तकलीफ हो रही हो
✔ अगर खांसी के साथ खून आ रहा हो

बलगम वाली खांसी (Wet Cough) के लिए दवाएं

बलगम वाली खांसी आमतौर पर संक्रमण, ठंड, ब्रोंकाइटिस या एलर्जी के कारण होती है। इसे ठीक करने के लिए म्यूकोलाईटिक (Mucolytic) और एक्सपेक्टोरेंट (Expectorant) दवाएँ दी जाती हैं, जो बलगम को पतला करके बाहर निकालने में मदद करती हैं।

🔹 बलगम वाली खांसी के लिए दवाएँ

1️⃣ गुआफेनेसिन (Guaifenesin) सिरप

बलगम को पतला करके बाहर निकालता है
🔹 ब्रांड नाम: Ascoril Expectorant, Robitussin, Benadryl Cough Formula

2️⃣ एंब्रोक्सॉल (Ambroxol) सिरप / टैबलेट

फेफड़ों में जमी बलगम को हटाने में मदद करता है
🔹 ब्रांड नाम: Mucosolvan, Ambrolite, Lazolvan

3️⃣ एसीटाइलसिस्टीन (Acetylcysteine) टैबलेट / सिरप

गाढ़े बलगम को पतला करके बाहर निकालता है
🔹 ब्रांड नाम: Fluimucil, NAC Syrup, Mucinac 600

4️⃣ ब्रोंकोडाइलेटर्स (Bronchodilators) – जब सांस फूलने लगे

ब्रोंकाइटिस या अस्थमा से होने वाली बलगम वाली खांसी में सहायक
🔹 ब्रांड नाम: Asthalin, Levolin (Salbutamol, Levosalbutamol Syrup)

💊 खुराक (Dosage) – (डॉक्टर की सलाह ज़रूरी)

  • बच्चों (6-12 साल)5ml दिन में 2-3 बार
  • वयस्कों10ml दिन में 2-3 बार

⚠️ सावधानियाँ और साइड इफेक्ट्स:

❌ अधिक सेवन से उल्टी, पेट दर्द और सिरदर्द हो सकता है।
गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएँ डॉक्टर की सलाह लें।
ब्लड प्रेशर और हृदय रोगियों को सावधानी बरतनी चाहिए।

🚨 डॉक्टर से कब संपर्क करें?

✔ अगर खांसी 10+ दिनों तक बनी रहे।
✔ अगर बलगम में खून आए या सांस फूलने लगे।
✔ अगर तेज़ बुखार (101°F+) और सीने में दर्द हो

गुआफेनेसिन (Guaifenesin) – बलगम वाली खांसी के लिए एक प्रभावी दवा

गुआफेनेसिन (Guaifenesin) एक एक्सपेक्टोरेंट (Expectorant) दवा है, जो बलगम (mucus) को पतला करके उसे बाहर निकालने में मदद करती है। यह दवा आमतौर पर बलगम वाली खांसी (Wet Cough), ब्रोंकाइटिस, या सर्दी-जुकाम में दी जाती है।

📌 गुआफेनेसिन के उपयोग:

गाढ़े बलगम को पतला करके खांसी से राहत देता है
सीने में जकड़न और कफ को बाहर निकालने में मदद करता है
ब्रोंकाइटिस और गले में सूजन को कम करता है
सांस की नली को साफ करता है, जिससे सांस लेना आसान होता है

🔹 भारत में उपलब्ध गुआफेनेसिन सिरप और टैबलेट्स:

👉 Ascoril Expectorant
👉 Benadryl Cough Formula
👉 Torex Expectorant
👉 Robitussin
👉 TusQ-X Expectorant

⚠️ महत्वपूर्ण: गुआफेनेसिन को अक्सर एंब्रोक्सॉल (Ambroxol), टेरब्यूटालिन (Terbutaline), और सॉल्बुटामोल (Salbutamol) जैसी अन्य दवाओं के साथ मिलाया जाता है, जिससे यह अधिक प्रभावी हो जाती है।

💊 डोज़ (खुराक):

  • बच्चों (6-12 साल)5ml दिन में 2-3 बार
  • वयस्कों10ml दिन में 2-3 बार
  • 6 साल से छोटे बच्चों को डॉक्टर की सलाह के बिना न दें

बेहतर असर के लिए इसे खाने के बाद और दिनभर में पर्याप्त पानी पीकर लें।

⚠️ सावधानियाँ और साइड इफेक्ट्स:

अत्यधिक सेवन से मतली, उल्टी, सिरदर्द और चक्कर आ सकते हैं।
गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएँ डॉक्टर की सलाह लें।
किडनी और लिवर की समस्या वाले मरीज इसे लेने से पहले डॉक्टर से पूछें।
अस्थमा और एलर्जी वाले मरीज सावधानी से लें।

🚨 डॉक्टर से कब संपर्क करें?

अगर खांसी 10 दिनों से ज्यादा बनी रहे।
अगर बलगम में खून आ रहा हो।
अगर सांस लेने में कठिनाई हो रही हो।
अगर दवा लेने के बाद चक्कर या तेज़ धड़कन महसूस हो

एंब्रोक्सॉल (Ambroxol) सिरप – बलगम वाली खांसी के लिए प्रभावी दवा

एंब्रोक्सॉल (Ambroxol) एक म्यूकोलाईटिक (Mucolytic) दवा है, जो बलगम (mucus) को पतला करके उसे बाहर निकालने में मदद करती है। यह बलगम वाली खांसी (Wet Cough), ब्रोंकाइटिस, अस्थमा और सांस की नली में जमाव जैसी समस्याओं में उपयोगी है।

📌 एंब्रोक्सॉल सिरप के उपयोग:

गाढ़े बलगम को पतला करके बाहर निकालने में मदद करता है
सीने में जकड़न और कफ को हटाकर सांस लेने में आसानी करता है
ब्रोंकाइटिस और अस्थमा के मरीजों के लिए उपयोगी
गले में खराश और जलन को कम करता है

🔹 भारत में उपलब्ध एंब्रोक्सॉल सिरप के ब्रांड:

👉 Mucosolvan Syrup
👉 Ambrolite Syrup
👉 Lazolvan Syrup
👉 TusQ-X Syrup
👉 Ascoril Expectorant (गुआफेनेसिन और टेरब्यूटालिन के साथ)

⚠️ महत्वपूर्ण: एंब्रोक्सॉल को अक्सर गुआफेनेसिन (Guaifenesin) और सॉल्बुटामोल (Salbutamol) जैसी अन्य दवाओं के साथ मिलाया जाता है, जिससे यह अधिक प्रभावी हो जाती है।

💊 डोज़ (खुराक):

  • बच्चों (6-12 साल)5ml दिन में 2-3 बार
  • वयस्कों10ml दिन में 2-3 बार
  • 6 साल से छोटे बच्चों को डॉक्टर की सलाह के बिना न दें

बेहतर असर के लिए इसे खाने के बाद लें और दिनभर में पर्याप्त पानी पिएं।

⚠️ सावधानियाँ और साइड इफेक्ट्स:

अत्यधिक सेवन से मतली, उल्टी, पेट दर्द और सिरदर्द हो सकता है।
गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएँ डॉक्टर की सलाह लें।
एलर्जी, अस्थमा और लिवर की समस्या वाले मरीज इसे लेने से पहले डॉक्टर से पूछें।
खाने के तुरंत बाद न लें, इससे गैस्ट्रिक इरिटेशन हो सकता है।

🚨 डॉक्टर से कब संपर्क करें?

अगर खांसी 10+ दिनों तक बनी रहे।
अगर बलगम में खून आए या सांस फूलने लगे।
अगर दवा लेने के बाद चक्कर या तेज़ धड़कन महसूस हो।

एसीटाइलसिस्टीन (Acetylcysteine) – बलगम को पतला करने वाली प्रभावी दवा

एसीटाइलसिस्टीन (Acetylcysteine) एक म्यूकोलाईटिक (Mucolytic) दवा है, जो गाढ़े बलगम (Mucus) को पतला करके बाहर निकालने में मदद करती है। यह क्रॉनिक ब्रोंकाइटिस, अस्थमा, सिस्टिक फाइब्रोसिस और सांस की नली में बलगम जमाव जैसी समस्याओं के लिए उपयोगी होती है।

📌 एसीटाइलसिस्टीन के उपयोग:

गाढ़े और चिपचिपे बलगम को पतला करके बाहर निकालता है
ब्रोंकाइटिस, अस्थमा, और सिस्टिक फाइब्रोसिस में फायदेमंद
धूम्रपान करने वालों में जमा कफ को हटाने में मदद करता है
एंटीऑक्सीडेंट गुण होने के कारण फेफड़ों की सुरक्षा करता है

🔹 भारत में उपलब्ध एसीटाइलसिस्टीन टैबलेट और सिरप ब्रांड:

👉 Mucinac 600 (टैबलेट और सैशे)
👉 Fluimucil (सिरप और टैबलेट)
👉 NAC 600 (सैशे और टैबलेट)
👉 Ascoril Mucolytic Syrup

⚠️ महत्वपूर्ण: यह अक्सर ब्रोंकोडाइलेटर्स (Salbutamol, Levosalbutamol) और एंब्रोक्सॉल (Ambroxol) के साथ दी जाती है, जिससे बलगम जल्दी साफ हो सके।

💊 डोज़ (खुराक):

  • बच्चों (6-12 साल)200 mg दिन में 2-3 बार
  • वयस्कों600 mg दिन में 1-2 बार (टैबलेट या सैशे)
  • 6 साल से छोटे बच्चों को डॉक्टर की सलाह के बिना न दें

बेहतर असर के लिए इसे भोजन के बाद और पर्याप्त पानी के साथ लें।

⚠️ सावधानियाँ और साइड इफेक्ट्स:

अत्यधिक सेवन से पेट दर्द, मतली, उल्टी, और डायरिया हो सकता है।
अस्थमा के मरीज इसे लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएँ डॉक्टर से पूछकर ही लें।
पेट में अल्सर या गैस्ट्रिक समस्या वाले मरीज सावधानी से लें।

🚨 डॉक्टर से कब संपर्क करें?

अगर खांसी 10+ दिनों तक बनी रहे।
अगर बलगम में खून आए या सांस फूलने लगे।
अगर दवा लेने के बाद चक्कर या तेज़ धड़कन महसूस हो

Laddu Kumar

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